क्रिप्टो CFD की ट्रेडिंग कैसे करें | आपको क्रिप्टोकरेंसी के बारे में क्या जानना चाहिए

कैटरीना परपा

ट्रेडिंग पत्रकार

ट्रेड शुरू करें

यह निवेश सलाह नहीं है। पिछला प्रदर्शन भविष्य के परिणामों का संकेत नहीं है। आपकी पूंजी जोखिम में है, कृपया सावधान रहें।

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अगर आप यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि क्रिप्टो ट्रेडिंग क्या है, क्रिप्टो कैसे ट्रेड करें और क्रिप्टो CFD की ट्रेडिंग कैसे शुरू करें, तो आप सही जगह पर हैं। ट्रेड़िंग की शुरुआत करने वालों के हिसाब से बनी यह गाइड आपको क्रिप्टोकरेंसी के बाज़ारों में ट्रेडिंग करने की मूल बातें बताती है। हम ट्रेडिंग की दिशा में पहला कदम उठाने वालों की मदद करते हैं, आपके निवेश लक्ष्यों के हिसाब से अलग-अलग शैलियों और रणनीतियों का पता लगाते हैं, और यहाँ तक ​​कि नए ज़माने की ज़्यादा से ज़्यादा ट्रेडिंग अवधारणाएँ भी खोजते हैं। चाहे आप नौसिखिए हों या अपनी पहली ट्रेडिंग करना चाह रहे हों या बस बाज़ार के बारे में अपनी समझ को बेहतर करना चाहते हों, यह गाइड वर्चुअल मुद्राओं की ट्रेडिंग की दुनिया के लिए आपका प्रवेश द्वार है।

क्रिप्टो ट्रेडिंग क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग में, कीमतों में उतार-चढ़ाव की अटकलें लगाना या डिजिटल मुद्राओं को खरीदना व बेचना शामिल है। इसे आप भविष्यवाणी वाला एक हाई-टेक गेम समझें, जहाँ आप या तो CFD के ज़रिए क्रिप्टो की कीमतों की भविष्यवाणी करते हैं या सीधे डिजिटल कॉइन के मालिक बनते हैं।

CFD और किसी परिसंपत्ति का स्वामित्व रखने के बीच अंतर

अंतर के अनुबंध (CFD) के साथ क्रिप्टो की ट्रेडिंग करना और सीधे वित्तीय परिसंपत्तियाँ खरीदना, दो अलग-अलग दृष्टिकोण हैं।

CFD एक प्रकार की डेरिवेटिव ट्रेडिंग है, जिसमें ट्रेडर्स वास्तविक कॉइन्स के बिना क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का अनुमान लगा सकते हैं। इस विधि में कभी-कभी लिवरेज का इस्तेमाल करना भी शामिल होता है, जिसके तहत कोई ट्रेडर मार्जिन नाम की एक छोटी जमा राशि का भुगतान करके एक बड़ा स्तर खोल सकता है। इसका मतलब है कि इसमें फ़ायदा और नुकसान, दोनों ही ज़्यादा होने की संभावना है।

इसके विपरीत, क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज से क्रिप्टोकरेंसी खरीदने का मतलब सीधे तौर पर टोकन्स प्राप्त करना और उनका स्वामित्व रखना है। इसके लिए संपत्तियों के पूरे मूल्य का अग्रिम रूप से भुगतान करना और मुद्रा को एक्सचेंज या अपने निजी वॉलेट में तब तक संग्रहीत करना ज़रूरी है, जब तक आप बेचने के लिए तैयार न हों।

जैसा कि ऊपर दिखाया गया है, CFD के साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग करने पर, किसी संपत्ति के मालिक होने की तुलना में कम प्रारंभिक लागत पर समान एक्सपोज़र मिल सकता है।

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग के प्रकार

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग को ऐसे अलग-अलग ट्रेडिंग प्रकारों पर लागू किया जा सकता है, जो अस्थिर डिजिटल परिसंपत्ति बाज़ारों से लाभ कमाना चाहते हैं। ट्रेडिंग के अलग-अलग प्रकारों को समझने से निवेशकों को सूचित निर्णय लेने में मदद मिल सकती है। हर एक प्रकार की अपनी तकनीकें, लाभ और जोखिम होते हैं, जो अलग-अलग ट्रेडिंग शैलियों और निवेश सीमाओं के अनुरूप होते हैं।

क्रिप्टो में स्पॉट ट्रेडिंग क्या होती है?

क्रिप्टो में स्पॉट ट्रेडिंग का तात्पर्य तत्काल डिलीवरी के लिए क्रिप्टोकरेंसी की सीधी खरीद या बिक्री से है, आमतौर पर केंद्रीकृत एक्सचेंज प्लेटफ़ॉर्म पर। स्पॉट ट्रेडिंग के मुख्य लाभों में आसानी, तात्कालिकता और डिजिटल परिसंपत्तियों का वास्तविक स्वामित्व बनना शामिल है, जबकि जोखिमों में बाज़ार में अस्थिरता और कीमतों में तेज़ी से उतार-चढ़ाव आना शामिल हैं।

क्रिप्टो में स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है?

स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी विधि है, जिसमें ट्रेडर्स अपेक्षित दिशा में बदलाव से लाभ लेने के लिए स्तरों को कई दिनों या हफ़्तों तक बनाए रखकर बाज़ार की कीमतों में 'उतार-चढ़ाव' या उछाल का फ़ायदा उठाते हैं। स्विंग ट्रेडिंग में महारत हासिल करने के तरीकों में बाज़ार के रुझानों का विश्लेषण करना, गति इंडिकेटर्स को समझना तथा मध्यम अवधि के लाभ प्राप्त करने के लिए जोखिम प्रबंधन तकनीकों का इस्तेमाल करना शामिल है।

क्रिप्टो में डे ट्रेडिंग क्या होती है?

डे ट्रेडिंग में एक ही ट्रेडिंग दिन के भीतर स्तरों में प्रवेश करना और बाहर निकलना, तकनीकी विश्लेषण और इंट्राडे कीमतों में उतार-चढ़ाव से लाभ उठाने के लिए त्वरित निर्णय लेना शामिल है। डे ट्रेडिंग के फ़ायदों में त्वरित लाभ की संभावना और कोई ओवरनाइट बाज़ार जोखिम न होना शामिल है, जबकि नुकसान में उच्च दबाव, बाज़ार की लगातार निगरानी की आवश्यकता और उच्च अस्थिरता होने के कारण बड़े नुकसान की संभावना शामिल है।

क्रिप्टो CFD की ट्रेडिंग कैसे शुरू करें

जब आप क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड करने की अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं, तो यह रोमांचक और चुनौतीपूर्ण, दोनों हो सकती है। हालाँकि, सही जानकारी और टूल्स के साथ, कोई भी व्यक्ति एक कुशल क्रिप्टो ट्रेडर बन सकता है। यह सेक्शन आपको क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग की दुनिया में पहला कदम उठाने में मदद करने के लिए समर्पित है।

अनुसंधान और शिक्षा

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, जानकारी प्राप्त करके खुद को तैयार करना बहुत ज़रूरी है। ब्लॉकचेन की मूल बातें और अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसीज़ कैसे काम करती हैं, इसे समझकर शुरुआत करें। बाज़ार ऑर्डर्स, लंबित ऑर्डर्स, स्टॉप लॉसेज़ और अन्य प्रमुख ट्रेडिंग अवधारणाओं से परिचित हों। इसके अलावा, क्रिप्टो बाज़ार में नवीनतम समाचारों और ट्रेंड्स के बारे में अपडेट रहें, क्योंकि ये क्रिप्टोकरेंसीज़ की अस्थिरता और कीमत को काफ़ी प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे कई ऑनलाइन संसाधन, फ़ोरम और समुदाय हैं जहाँ आप अनुभवी ट्रेडर्स और उद्योग के विशेषज्ञों से सीख सकते हैं।

सही CFD ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म चुनना

उपयुक्त ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म चुनना एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसा प्लेटफ़ॉर्म खोजें, जो प्रतिष्ठित, सुरक्षित और उपयोगकर्ता के अनुकूल हो। इसमें अलग-अलग प्रकार की क्रिप्टोकरेंसीज़ ऑफ़र की जानी चाहिए और एक उचित फ़ीस संरचना होनी चाहिए। उपलब्ध ट्रेडिंग पेअर, निकासी के विकल्प और ग्राहक सहायता जैसी सुविधाओं पर विचार करें। कई प्लेटफ़ॉर्म्स एक डेमो ट्रेडिंग खाता मुहैया कराते हैं, जिसका इस्तेमाल वास्तविक धन को जोखिम में डाले बिना ट्रेडिंग का अभ्यास करने के लिए किया जा सकता है। अलग-अलग प्लेटफ़ॉर्म्स का पता लगाने के लिए समय निकालें और वह प्लेटफ़ॉर्म चुनें, जो आपकी ट्रेडिंग शैली और आवश्यकताओं के अनुरूप हो।

Exness ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म्स

Exness हर ट्रेडर की प्राथमिकताओं के हिसाब से कई अलग-अलग प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है। वे लोग जो डेस्कटॉप ट्रेडिंग को पसंद करते हैं, उनके लिए डाउनलोड करने योग्य प्लेटफ़ॉर्म्स जैसे MT4 और MT5 उपलब्ध हैं। अगर आप हमेशा यात्रा में रहते हैं और उस दौरान अपने ट्रेड्स पर नज़र रखना चाहते हैं, तो इस मामले में Exness Trade ऐप और MetaTrader मोबाइल जैसे मोबाइल ऐप्लिकेशन्स बहुत मूल्यवान हैं। इसे ट्रेडर्स के लिए जो डाउनलोड किए बिना सरलता और पहुँच-क्षमता के पक्षधर हैं, Exness Terminal और MetaTrader WebTerminal को सीधे आपके ब्राउज़र से एक्सेस किया जा सकता है, यह सुनिश्चित करते हुए कि आप ट्रेडिंग अवसरों का लाभ उठाने के लिए हमेशा तैयार हैं।

ट्रेडिंग खाता सेट अप करना

ट्रेडिंग शुरू करने के लिए, आपको अपने चुने हुए प्लेटफ़ॉर्म पर एक खाता बनाना होगा। उदाहरण के लिए, Exness के साथ खाता पंजीकृत करने के लिए, इन चरणों का अनुसरण करें:

अपना Exness ट्रेडिंग खाता बनाने के लिए इन पाँच चरणों का अनुसरण करें।

शुरुआत में, पंजीकरण के समय, आपको अपनी ट्रेडिंग का अभ्यास करने और अपनी रणनीतियों में महारत हासिल करने के लिए एक डेमो ट्रेडिंग खाते और एक MT5 ट्रेडिंग खाते की आवश्यकता होगी, जो आपको उपलब्ध कराया जाएगा।

याद रखें, आप फ़ंड्स जमा कर सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं, लेकिन कुछ सीमाएँ हटाने के लिए पूर्ण खाता सत्यापन आवश्यक है। यह अनुशंसा की जाती है कि अपने Exness अनुभव का अधिकतम लाभ उठाने के लिए आप प्रमाणीकरण प्रक्रिया और अपने व्यक्तिगत क्षेत्र की विशिष्टताओं से परिचित हों।

कोई ट्रेडिंग खाता कैसे चुनें

Exness अलग-अलग स्तरों के ट्रेडर्स के लिए उपयुक्त कई तरह के खाते ऑफ़र करता है। नए ट्रेडर्स Standard या Standard Cent खातों में से किसी एक को चुन सकते हैं, जिसके लिए किसी न्यूनतम जमा राशि की आवश्यकता नहीं होती और ये कम जोखिम के साथ अलग-अलग ट्रेडिंग शैलियों को आज़माने के लिए उपयुक्त हैं। दूसरी ओर, अधिक अनुभवी ट्रेडर्स पेशेवर खाते जैसे Pro, Zero, या Raw Spread चुन सकते हैं, जिनमें उन्नत सुविधाएँ हैं और व्यापारिक शर्तों पर ज़्यादा नियंत्रण मिलता है, लेकिन इनमें अपेक्षाकृत उच्च न्यूनतम जमा की आवश्यकता होती है। अपनी आवश्यकताओं के लिए सबसे उपयुक्त खाता चुनने के लिए अपने अनुभव और ट्रेडिंग रणनीति का मूल्यांकन करें।

CFD क्रिप्टोकरेंसी पेअर को समझना

क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग पेअर डिजिटल संपत्ति बाज़ार का एक मूलभूत पहलू है, जो यह तय करते हैं कि अलग-अलग कॉइंस का मूल्य कितना है और उनका विनिमय कैसे किया जाता है। यह समझना कि क्रिप्टो ट्रेडिंग पेअर कैसे काम करते हैं, क्रिप्टो क्षेत्र में प्रभावी ढंग से नेविगेट करने के इच्छुक किसी भी ट्रेडर के लिए बहुत ज़रूरी है।

क्रिप्टो ट्रेडिंग पेअर कैसे काम करते हैं?

वर्चुअल मुद्रा पेअर की ट्रेडिंग में दो अलग-अलग मुद्राओं की एक जोड़ी बनाकर काम किया जाता है, जिसमें एक का इस्तेमाल दूसरे का मूल्य निर्धारित करने के लिए किया जाता है। पहली सूचीबद्ध मुद्रा, जिसे आधार मुद्रा कहा जाता है, वह मुद्रा है जिसे खरीदा या बेचा जाता है, जबकि दूसरी मुद्रा, जिसे कोट मुद्रा कहा जाता है, उस कीमत को बताती है जिस पर आधार मुद्रा का मूल्य मापा जाता है। उदाहरण के लिए, BTCUSD पेअर में, बिटकॉइन (BTC) आधार मुद्रा है और यूएस डॉलर (USD) कोट मुद्रा है, जो दर्शाती है कि एक बिटकॉइन खरीदने के लिए कितने USD की आवश्यकता है।

क्रिप्टो ट्रेडिंग पेअर दो मुद्राओं से मेल खाते हैं, आधार मुद्रा का मूल्य निर्धारित करने के लिए कोट मुद्रा के विरुद्ध कारोबार किया जाता है।

आधार और कोट मुद्राओं की समझ

हर एक ट्रेडिंग पेअर में, आधार और कोट मुद्राएँ विशिष्ट भूमिकाएँ निभाती हैं। आधार मुद्रा, जो पहले दिखाई देती है, कमोडिटी के रूप में काम करती है जबकि कोट मुद्रा, जो इसके बाद दिखाई देती है, ट्रेड के लिए इस्तेमाल की जाने वाली राशि दर्शाती है। इस पर किसी फ़ॉरेन एक्सचेंज ब्यूरो के रूप में विचार करें, जहाँ आप अपनी मुद्रा (कोट मुद्रा) का उस मुद्रा के साथ विनिमय करते हैं जहाँ आप विज़िट कर रहे हैं (आधार मुद्रा)। यह संबंध ट्रेडर्स को अपने लेन-देनों की लागत या फ़ायदों को आसानी से समझने और उनकी गणना करने देता है।

क्रिप्टोकरेंसी बाज़ारों में ट्रेडिंग पेअर का महत्व

ट्रेडिंग पेअर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज की आत्मा हैं, क्योंकि उनसे अलग-अलग कॉइन्स और टोकन्स के बीच ट्रेड करने की सुविधा मिलती है। वे न केवल अधिक स्थिर परिसंपत्तियों जैसे फ़िएट मुद्राओं के मुक़ाबले क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य को मापने का एक तरीका देते हैं, बल्कि एक क्रिप्टोकरेंसी का दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में विनिमय भी सुगम बनाते हैं। यह उन ट्रेडर्स के लिए खास तौर से महत्वपूर्ण है जो अपने पोर्टफ़ोलियो में विविधता लाना चाहते हैं, अस्थिरता से बचाव करना चाहते हैं या फ़िएट मुद्रा परिवर्तन की आवश्यकता के बिना अलग-अलग क्रिप्टो परिसंपत्तियों के बीच ट्रेडिंग करके बाज़ार की गतिविधियों से लाभ उठाना चहाते हैं।

क्रिप्टो बाज़ारों के काम करने का तरीका समझना

जब आप पहली बार क्रिप्टो ट्रेडिंग सीखते हैं, तो इसके लिए क्रिप्टोकरेंसी बाज़ारों की विकेंद्रीकृत प्रकृति की बुनियादी समझ की आवश्यकता होती है। ये बाज़ार कंप्यूटर के नेटवर्क्स पर काम करते हैं और किसी एक प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होते, सत्यापन प्रक्रिया के माध्यम से पीयर-टू-पीयर लेन-देन की सुविधा प्रदान करते हैं और ब्लॉकचेन नामक एक अतिरिक्त डिजिटल लेजर को शामिल करते हैं।

वर्चुअल मुद्रा बाज़ारों में ब्लॉकचेन की भूमिका

ब्लॉकचेन सुरक्षित और पारदर्शी लेन-देन रिकॉर्ड सुनिश्चित करने के लिए क्रिप्टोकरेंसी सिस्टम की रीढ़ के रूप में कार्य करता है। पारंपरिक डेटाबेस के विपरीत, ब्लॉकचेन तकनीक की विकेन्द्रीकृत संरचना डिजिटल लेजर को कंप्यूटर के विशाल नेटवर्क में फैलाती है, जिससे यह छेड़छाड़ और धोखाधड़ी के प्रति अत्यधिक प्रतिरोधी हो जाता है। लेन-देन को ब्लॉक्स में समूहीकृत किया जाता है और रिकॉर्ड की एक अपरिवर्तनीय श्रृंखला बनाने के लिए उसे उन्नत क्रिप्टोग्राफ़ी का इस्तेमाल करके लिंक किया जाता है, जिसे सभी नेटवर्क भागीदारों द्वारा स्वतंत्र रूप से सत्यापित किया जा सकता है। यह शक्तिशाली सुरक्षा तंत्र क्रिप्टोकरेंसी में विश्वास को मज़बूत करता है और प्रमाणीकरण के साथ-साथ 'माइनिंग' नामक प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण है, जो लेन-देन को सत्यापित करता है और नए क्रिप्टो टोकन्स पेश करता है।

क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग: सत्यापन इंजन

माइनिंग की प्रक्रिया क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें लेन-देन की वैधता की पुष्टि करना और उन्हें ब्लॉकचेन में जोड़ना शामिल है। माइनर्स जटिल एल्गोरिदम हल करने के लिए शक्तिशाली कंप्यूटर्स का इस्तेमाल करते हैं, जिससे ब्लॉकचेन इतिहास के लेन-देन विवरण सत्यापित होते हैं और निजी कुंजी के माध्यम से प्रेषक की प्रमाणिकता सुनिश्चित की जाती है। सफल माइनर्स लेन-देनों को एक नए ब्लॉक में एकत्र करते हैं, चेन में एक क्रिप्टोग्राफ़िक लिंक बनाते हैं और नेटवर्क को अपडेट करते हैं। यह प्रक्रिया न केवल नेटवर्क को सुरक्षित करती है, बल्कि नई क्रिप्टोकरेंसी इकाइयाँ भी बनाती है जो आपूर्ति के साथ-साथ समग्र बाजार की गतिशीलता को प्रभावित करती हैं। ट्रेडर्स के लिए बाज़ार की गतिविधियों और नए क्रिप्टो टोकन निर्माण के पीछे के कारणों को समझने के लिए माइनिंग को समझना ज़रूरी है।

कौन से कारक वर्चुअल मुद्रा बाज़ारों को प्रभावित करते हैं?

क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार उन कारकों के संयोजन से प्रभावित होते हैं जो आपूर्ति और माँग पर असर डालते हैं। ये डिजिटल संपत्तियाँ विकेंद्रीकृत हैं, जो उन्हें उन पारंपरिक मुद्रा बाज़ारों से अलग करती हैं जो अक्सर आर्थिक और राजनीतिक बदलावों से प्रभावित होते हैं। वे प्रमुख कारक, जो सामूहिक रूप से अत्यधिक गतिशील और कभी-कभी अत्यधिक अस्थिर क्रिप्टोकरेंसी बाजार में अपना योगदान देते हैं, इनमें शामिल हैं:

  • बाज़ार तरलता: मूल्य पर ज़्यादा असर डाले बिना क्रिप्टोकरेंसी खरीदने या बड़ी मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी बेचने की क्षमता उच्च तरलता को इंगित करती है, जिससे ज़्यादा ट्रेडिंगआकर्षित हो सकती है और संभावित रूप से कीमतें स्थिर हो सकती हैं।
  • एकीकरण में आसानी: किसी क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन भुगतान प्रणालियों जैसे मौजूदा बुनियादी ढाँचे में किस हद तक सहजता से शामिल किया जा सकता है, यह इसकी उपयोगिता और स्वीकार्यता को प्रभावित करता है।
  • आपूर्ति की गतिशीलता: इसमें उपलब्ध कॉइन्स की कुल संख्या, कितनी बार नए कॉइन्स बनाए जाते हैं और कॉइन्स के अप्रत्याशित रूप से नष्ट होने या खो जाने जैसी घटनाएँ शामिल हैं।
  • ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी में प्रगति: ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी में नवाचार और सुधार या नई सुविधाओं की शुरूआत क्रिप्टोकरेंसी को उपयोगकर्ताओं और निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बना सकती है।
  • बाजार पूँजीकरण: प्रचलन वाले सभी कॉइन्स का संयुक्त मूल्य एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह किसी क्रिप्टोकरेंसी के बाज़ार मूल्यांकन और विकास की उम्मीदों को दर्शाता है।
  • निवेशकों का रुख: क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार के प्रति निवेशकों का समग्र मूड और रवैया कीमतों में उतार-चढ़ावों को संचालित कर सकता है। सकारात्मक प्रतिक्रिया से कीमतें बढ़ सकती हैं, जबकि नकारात्मक प्रतिक्रिया से गिरावट आ सकती है।
  • मीडिया प्रभाव समाचारों में क्रिप्टोकरेंसी पर चर्चा करने का तरीका और मीडिया के ध्यान का दायरा जनता की धारणा पर गहरा प्रभाव डालता है और परिणामस्वरूप इसका क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों पर प्रभाव पड़ सकता है।
  • महत्वपूर्ण घटनाएँ: नियमों में होने वाले अपडेट्स, सुरक्षा उल्लंघन या प्रमुख आर्थिक मंदी जैसी घटनाएँ खरीदारी या बिक्री की लहर को गति दे सकती हैं।

इनके अलावा, अन्य प्रमुख कारकों में सामान्य आर्थिक स्थितियाँ, मौद्रिक नीति, DeFi और क्रिप्टो ब्याज योजनाएँ और कभी-कभी मौद्रिक नीति शामिल हैं।

क्रिप्टोकरेंसी बाज़ारों को प्रभावित करने वाले कारक

क्रिप्टोकरेंसी की CFD ट्रेडिंग के लाभ और जोखिम

पिछले एक दशक में क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता में अत्यधिक वृद्धि हुई है, जिससे वित्तीय बाज़ार में एक नया खंड तैयार हुआ है जिसने नए और पेशेवर, दोनों तरह के निवेशकों को समान रूप से आकर्षित किया है। विकेंद्रीकृत एक्सचेंज और क्रिप्टोकरेंसी की प्रकृति अवसरों की एक नई दुनिया ऑफ़र करती है, लेकिन कुछ खास जोखिम भी लेकर आती है जो पारंपरिक बाज़ारों से मौलिक रूप से भिन्न हैं। नीचे, हम डिजिटल मुद्राओं की अस्थिर दुनिया में ट्रेडिंग के फ़ायदे और जोखिम, दोनों पर चर्चा करेंगे।

CFD के साथ क्रिप्टो की ट्रेडिंग के फ़ायदे

  • वैश्विक बाज़ार: इंटरनेट की ऐक्सेस वाला कोई भी व्यक्ति क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कर सकता है, जो इसे वास्तव में वैश्विक बाज़ार बनाता है।
  • 24/7 ट्रेडिंग: पारंपरिक शेयर बाज़ारों के विपरीत, वर्चुअल मुद्रा बाज़ार पूरे सप्ताह, 24 घंटे संचालित होते हैं, जिससे ट्रेडर्स को वास्तविक समय में समाचारों और घटनाओं पर प्रतिक्रिया देने की सुविधा मिल जाती है।
  • स्वचालित ट्रेडिंग: वर्चुअल मुद्रा की ट्रेडिंग के लिए बॉट और प्लेटफ़ॉर्म्स के इस्तेमाल से त्वरित लेन-देन की सुविधा मिलती है, जो तरलता को और बढ़ाती है।
  • अस्थिरता: उच्च अस्थिरता से उन ट्रेडर्स को काफ़ी लाभ मिल सकता है, जो बाज़ार की गतिविधियों की सफलतापूर्वक भविष्यवाणी कर सकते हैं। कीमतों में बार-बार आने वाले उतार-चढ़ाव स्तरों में प्रवेश करने और बाहर निकलने के कई अवसर देते हैं।
  • विकेंद्रीकरण: क्रिप्टोकरेंसी केंद्रीय बैंकों से अलग से संचालित होती है, जो मौद्रिक नीति में बदलाव या मुद्रा के हेर-फ़ेर के प्रभाव को संभावित रूप से कम करती है।
  • पोर्टफ़ोलियो विविधीकरण: क्रिप्टो संपत्तियों को जोड़ने से निवेश पोर्टफ़ोलियो में विविधता आ सकती है, जिससे संभावित रूप से जोखिम कम हो सकता है।
  • उच्च रिटर्न्स की संभावना: पिछले एक दशक में कुछ क्रिप्टोकरेंसी में बड़े पैमाने पर वृद्धि देखी गई है। और क्रिप्टो बाज़ार अपेक्षाकृत नया है, इसलिए उभरती प्रौद्योगिकियों में शुरुआती क्रिप्टोकरेंसी निवेश से उच्च रिटर्न मिल सकता है।

CFD के साथ क्रिप्टो की ट्रेडिंग के जोखिम

  • उच्च मूल्य अस्थिरता: बाज़ार के रुख, अटकलों और नियामकीय समाचारों के कारण क्रिप्टोकरेंसी की कीमत बहुत कम समय में नाटकीय रूप से बढ़ या गिर सकती है।
  • भावनात्मक ट्रेडिंग: अस्थिरता के कारण घबराहट में बिक्री या अतार्किक निवेश हो सकता है।
  • नियामकीय अनिश्चितता: क्रिप्टोकरेंसी की कानूनी स्थिति तेज़ी से बदल सकती है, जो उनके मूल्य और ट्रेडिंग की वैधता को प्रभावित कर सकती है। सरकारें क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल या ट्रेडिंग पर सीमाएँ या प्रतिबंध लगा सकती हैं।
  • हैकिंग और धोखाधड़ी: कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज और वॉलेट हैकर्स के निशाने पर हैं और कई हाई-प्रोफ़ाइल डकैतियाँ हुई हैं। आमतौर पर ऐसी घटनाएँ कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।
  • निवेशक सुरक्षा का अभाव: पारंपरिक बैंकिंग या स्टॉक ट्रेडिंग खातों के विपरीत, क्रिप्टो वॉलेट या क्रिप्टो एक्सचेंज में रखे गए फ़ंड्स में अक्सर कोई बीमा या सुरक्षा नहीं मिलती।
  • ऐतिहासिक डेटा का अभाव: अपेक्षाकृत कुछ ही वर्षों के डेटा के साथ, क्रिप्टोकरेंसी में ऐतिहासिक संदर्भ का अभाव है, जिस पर कई ट्रेडर्स अन्य इंस्ट्रूमेंट्स के लिए भरोसा करते हैं।
  • प्रचार के प्रति संवेदनशील: बाज़ार, सोशल मीडिया और सेलिब्रिटी के विज्ञापनों से बहुत अधिक प्रभावित हो सकता है।
  • छोटा बाज़ार: कुछ क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग मात्रा कम हो सकती है, जिससे कम तरलता और कीमत में हेर-फ़ेर जैसी समस्याएँ आ सकती हैं।

CFD के साथ क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग के लिए रणनीतियाँ

डिजिटल संपत्ति बाज़ारों को प्रभावी ढंग से नेविगेट करने के लिए, ट्रेडर्स अलग-अलग विचारधाराओं में निहित रणनीतियों और अनुरूप जोखिम प्रबंधन तकनीकों के कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल करते हैं।

आधारभूत विश्लेषण

क्रिप्टोकरेंसी के संदर्भ में मूल विश्लेषण में उन मूलभूत कारकों का अध्ययन करना शामिल है, जो किसी डिजिटल संपत्ति की कीमत और बाज़ार मूल्य को प्रभावित कर सकते हैं। इसमें प्रोजेक्ट की तकनीक, इसके पीछे की टीम, विकास गतिविधि, बाज़ार की माँग, नियामकीय समाचार और प्रतिस्पर्धी परिदृश्य की जाँच करना शामिल है। इन बुनियादी सिद्धांतों का एक ठोस आधार बताता है कि क्रिप्टोकरेंसी में बाज़ार में दीर्घकालिक और टिकाऊ सफलता की क्षमता है।

  • प्रोजेक्ट की तकनीकी और मुख्य इस्तेमाल: क्रिप्टोकरेंसी की अंतर्निहित तकनीक की विशिष्टता, मापनीयता, सुरक्षा और वास्तविक दुनिया में अनुप्रयोग का मूल्यांकन करें।
  • टीम: टीम के सदस्यों के ट्रैक रिकॉर्ड, विशेषज्ञता और विश्वसनीयता का आकलन करें।
  • विकास गतिविधि: कोड अपडेट्स की आवृत्ति, सामुदायिक जुड़ाव और प्रोजेक्ट की समग्र प्रगति की जाँच करें।
  • बाज़ार की माँग: अनुकूलता के स्तर, भागीदारी नेटवर्क और समग्र उपयोगकर्ता आधार का आकलन करें।
  • नियामकीय वातावरण: उन कानूनी विकासों को मॉनिटर करें, जो क्रिप्टोकरेंसी को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे कि रेगुलेशन में बदलाव।
  • प्रतिस्पर्धी विश्लेषण: क्रिप्टोकरेंसी की प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त या कमी को निर्धारित करने के लिए समान प्रोजेक्ट्स के साथ क्रिप्टोकरेंसी की तुलना करें।

तकनीकी विश्‍लेषण

तकनीकी विश्लेषण, मूल्य में उतार-चढ़ाव और मात्रा जैसी ट्रेडिंग गतिविधि से प्राप्त आँकड़ों के आधार पर रुझानों पर निर्भर करता है। मूल विश्लेषण के विपरीत, यह केवल बाज़ार डेटा पर ध्यान केंद्रित करता है और ऐतिहासिक पैटर्न के आधार पर भविष्य के मूल्य उतार-चढ़ावों की भविष्यवाणी करने की कोशिश करता है। ट्रेडर्स इस विश्लेषण का इस्तेमाल इस बात का सटीक अनुमान लगाने के लिए करते हैं कि किसी क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य उसके पिछले व्यवहार के आधार पर बढ़ेगा या गिरेगा।

  • मूल्य चार्ट: मूल्य उतार-चढ़ावों में ट्रेंड्स और पैटर्न्स की पहचान करने के लिए अलग-अलग समय सीमाओं का इस्तेमाल करता है।
  • तकनीकी इंडिकेटर्स: खरीदने और बेचने के संकेतों को खोजने के लिए मूविंग एवरेज (MA), रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI), बोलिंगर बैंड्स और मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस और डायवर्जेंस (MACD) जैसे टूल्स लागू करता है।
  • मात्रा का विश्लेषण: ट्रेंड्स की पुष्टि करने के लिए ट्रेडिंग मात्रा का विश्लेषण करता है; उदाहरण के लिए, मूल्य वृद्धि के दौरान उच्च ट्रेडिंग मात्रा अक्सर ट्रेंड की वैधता को मज़बूत करती है।
  • कैंडलस्टिक पैटर्न: कैंडलस्टिक चार्ट पर ऐसे पैटर्न देखें, जो संभावित बाज़ार व्यवहार, जैसे तेज़ी या मंदी के उलटफ़ेर का संकेत दे सकते हैं।
  • सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल: उन मूल्य स्तरों की पहचान करें, जहाँ बाज़ार ने ऐतिहासिक रूप से उलटफ़ेर या ठहराव दिखाया है।

यहाँ क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए MACD इंडिकेटर का इस्तेमाल करने के तरीके के बारे में और जानें।

जोखिम प्रबंधन रणनीतियाँ

क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में काफ़ी अस्थिरता भी होती है, जिसके लिए सटीकता के साथ जोखिम प्रबंधन की आवश्यकता होती है। प्रभावी जोखिम प्रबंधन ट्रेडर्स को बड़े नुकसान से बचा सकता है और पूँजी बचाने में मदद कर सकता है। इन जोखिम प्रबंधन रणनीतियों को लागू करने से ट्रेडर्स को क्रिप्टोकरेंसी बाज़ारों के अप्रत्याशित उतार-चढ़ावों से निपटने में मदद मिलती है और अधिक स्थिर ट्रेडिंग करियर सुनिश्चित होता है।

  • स्तर का आकार तय करना: अपनी जोखिम सहनशीलता और स्टॉप लॉस स्तर के आधार पर ट्रेड के लिए निर्दिष्ट राशि निर्धारित करें।
  • स्टॉप लॉस और टेक प्रॉफ़िट: लाभ निश्चित करने या भविष्य के नुकसान को रोकने के लिए स्तर को बंद करने के पूर्वनिर्धारित लेवल्स तय करें।
  • विविधिकरण: जोखिम कम करने के लिए अपनी पूँजी को अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी और परिसंपत्ति वर्गों में स्प्रेड करें।
  • जोखिम और पुरस्कार का अनुपात: किसी ट्रेड में प्रवेश करने से पहले, संभावित लाभ और हानि के जोखिम की स्पष्ट समझ हासिल कर लें।
  • नियमित समीक्षाएँ और एडजस्टमेंट्स: बाज़ार की स्थितियों और प्रदर्शन के आधार पर समय-समय पर अपने पोर्टफ़ोलियो की समीक्षा करें और उसे एडजस्ट करें।
  • भावनात्मक अनुशासन: अपने ट्रेडिंग प्लान पर कायम रहें और डर या लालच के आधार पर अचानक निर्णय लेने से बचें।

CFD के साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए उन्नत ट्रेडिंग विचार

लिवरेज और मार्जिन ट्रेडिंग

लिवरेज के साथ ट्रेडिंग की परिभाषा है कि मूल रूप से आपके पास जितना पैसा है, उससे ज़्यादा के साथ ट्रेड कर पाना। यह एक बड़ा ट्रेड खोलने के लिए 'मार्जिन' नामक छोटी राशि का इस्तेमाल करने जैसा है। अगर बाज़ार आपके पक्ष में रहता है, तो इससे भारी मुनाफ़ा हो सकता है, लेकिन यह जोखिम भरा भी है क्योंकि इसमें आप उससे ज़्यादा नुकसान उठा सकते हैं, जो आपको लिवरेज के बिना उठाना पड़ता।

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एक रेखाचित्र, जो यह दर्शाता है कि लिवरेज के साथ ट्रेडिंग कैसी होती है। क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग एक अत्यधिक साहसिक कार्य हो सकता है जिसके लिए कुशल जोखिम प्रबंधन की आवश्यकता होती है, खासकर तब, जब लिवरेज का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग की जाती है।

क्रिप्टो में फ़्यूचर्स और डेरिवेटिव्स

फ़्यूचर्स ऐसे अनुबंध होते हैं, जहाँ आप भविष्य की किसी तारीख में एक निर्धारित मूल्य पर क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने के लिए सहमत होते हैं। डेरिवेटिव्स थोड़े ज़्यादा जटिल होते हैं; ये ऐसे वित्तीय साधन हैं जो बिटकॉइन जैसी अंतर्निहित संपत्ति से अपना मूल्य प्राप्त करते हैं। इस टूल्स के ज़रिए ट्रेडर्स वास्तविक क्रिप्टोकरेंसी का स्वामित्व पाए बिना बाज़ार मूल्य बदलावों का अनुमान लगा सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

हाँ, डिजिटल मुद्रा की ट्रेडिंग कर के दायरे में आती है। जब आप क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड करते हैं और लाभ कमाते हैं, तो अधिकांश कर अधिकारी इसे स्टॉक ट्रेडिंग की तरह ही एक कर योग्य गतिविधि मानते हैं। आपको अपने लाभ की रिपोर्ट देनी होगी और अपने देश के कर कानूनों के अनुसार करों का भुगतान करना होगा। कर भुगतान वाले वर्ष के अंत में देय किसी भी क्रिप्टो कर की सटीक गणना करने के लिए अपने क्रिप्टो लेन-देनों पर नज़र रखना बहुत ज़रूरी है।

हाँ, आप क्रिप्टो ट्रेडिंग करके संभवतः आजीविका कमा सकते हैं, लेकिन यह आसान नहीं है और इसमें काफ़ी जोखिम है। आपको वास्तव में यह जानने के लिए कि आप क्या कर रहे हैं, समय के साथ अनुभव प्राप्त करना होगा, बहुत ज़्यादा अनुशासित रहना होगा और समझना होगा कि क्रिप्टो बाज़ार कैसे काम करता है। यह हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं है और न ही यह तुरंत धन कमाने की कोई योजना है। अगर आप ऐसी रणनीति लागू नहीं करते और ऐसे टूल्स का इस्तेमाल नहीं करते, जो जोखिम प्रबंधन और आपकी पूँजी की सुरक्षा करने में आपकी मदद कर सकते हैं, तो आपकी धन गंवाने की संभावना बढ़ जाती है। सभी नए ट्रेडर्स के लिए यह समझना ज़रूरी है कि कुछ धन गंवाना सीखने की प्रक्रिया का हिस्सा है, इसलिए केवल उसी राशि के साथ ट्रेड करें जिसे, आप गंवाना चाहते हैं और उन नुकसानों को सीखने की लागत के रूप में देखें। किसी डेमो ट्रेडिंग खाते से शुरुआत करना एक अच्छा विचार है, जिससे आपको कुछ अभ्यास करने में मदद मिलेगी, साथ ही आपको ट्रेडिंग प्लेटफ़ॉर्म और अलग-अलग टूल्स की आदत भी हो जाएगी।

मोटे तौर पर कहें तो, हाँ, आप कम से कम $100 के साथ ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं, लेकिन अधिकांश ब्रोकरेज सेवाओं में लाइव ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए एक न्यूनतम जमा राशि की आवश्यकता होती है। Exness में, Standard खाता प्रकार की कोई न्यूनतम जमा राशि नहीं होती। इसलिए, जब क्रिप्टो ट्रेडिंग की शुरुआत करने के तरीके की बात आती है, तो आपके पास ट्रेडिंग शुरू करने के लिए अपनी सुविधाजनक राशि तय करने की स्वतंत्रता होती है।

क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार अपने उतार-चढ़ाव के लिए जाने जाते हैं, जो बहुत जल्दी हो सकते हैं। यह जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन इसमें पैसा कमाने के अवसर भी होते हैं। अगर आप क्रिप्टो की डे ट्रेडिंग का तरीका जानना चाहते हैं, तो ट्रेड्स शुरू करने और उनसे बाहर निकलने के लिए सजगता होना ज़रूरी है। Exness जैसे ब्रोकर के साथ CFD के ज़रिए डे ट्रेडिंग करने पर आपको कम और स्थिर स्प्रेड्स, उच्च तरलता और ऋणात्मक शेष राशि से सुरक्षा और स्टॉप आउट सुरक्षा जैसी सुविधाओं के साथ ट्रेड करने की संभावना मिलती है, यह उच्च अस्थिरता वाली ट्रेडिंग के लिए आदर्श है।

Exness के साथ क्रिप्टो CFD की ट्रेडिंग

हम क्रिप्टो एक्सचेंज और डिजिटल मनी जैसी ट्रेडिंग की बुनियादी से लेकर ज़्यादा जटिल अवधारणाओं को कवर करते हैं। याद रखें, क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग सीखना बाज़ार, अलग-अलग प्रकार की ट्रेडिंग और शुरुआत करने के तरीके को समझने से शुरू होता है। हम ट्रेडिंग पेअर के महत्व, बाज़ार के संचालनों और ध्यान में रखने योग्य पक्ष-विपक्ष पर भी चर्चा करते हैं। हालाँकि रणनीतियाँ और नवीन विचार आपकी ट्रेडिंग को बेहतर बना सकते हैं, लेकिन इस तेज़ गति वाले बाज़ार में सफल होने के लिए सीखना जारी रखना और अपडेट रहना बेहद ज़रूरी है। क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग एक बढ़ता हुआ क्षेत्र है, और इसमें सफलतापूर्वक महारत हासिल करने के लिए जागरुक रहना ज़रूरी है। इसलिए अपने नए अर्जित ज्ञान के साथ सावधानी से बाज़ार में प्रवेश करें और उन संभावनाओं की खोज करना कभी बंद न करें जो क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग से मिल सकती हैं।

हमारे मुफ़्त डेमो ट्रेडिंग खाते के साथ अपनी ट्रेडिंग यात्रा की शुरुआत करें। बाज़ारों में महारत हासिल करने के लिए आत्मविश्वास और भावनात्मक पाने के लिए अपने उन ट्रेडिंग कौशलों का अभ्यास करें और उन्हें निखारें।

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यह निवेश सलाह नहीं है। पिछला प्रदर्शन भविष्य के परिणामों का संकेत नहीं है। आपकी पूंजी जोखिम में है, कृपया सावधान रहें।